रात को घर के उत्तर या पूर्व कोने में शंख में दूध तथा गंगाजल भरकर रखें
डॉ उमाशंकर मिश्रा,लखनऊ : पूर्णिमा तिथि का ज्योतिषीय महत्व अत्यधिक होता है। इस दिन किए गए उपाय शीघ्र फलदायी होते हैं—धन, सुख, शांति तथा मनोकामना पूर्ति के लिए नीचे कुछ सरल व प्रभावी उपाय दिए गए हैं।
सर्व-सुख एवं धन वृद्धि के लिए
लक्ष्मी उपाय
- रात को घर के उत्तर या पूर्व कोने में शंख में दूध तथा गंगाजल भरकर रखें।
- अगली सुबह इसे तुलसी पर छिड़क दें।
- मंत्रः ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः (108 बार जाप)।
चंद्र दोष निवारण व मानसिक शांति हेतु
चंद्रमा अभिषेक
- रात को दूध में मिश्री मिलाकर शिवलिंग पर अभिषेक करें।
- मंत्रः ॐ सोम सोमाय नमः (11 या 21 बार जाप)।
- पूर्णिमा पर चंद्र दोष का निवारण विशेष फलदायक साबित होता है।
पितृ दोष शांति हेतु
पितृ तर्पण
- पूर्णिमा के दिन गौ माता को 5 रोटी, गुड़ एवं पानी अर्पित करें।
- इससे कुल देवता प्रसन्न होते हैं और पितृ दोष शान्ति होती है।
मनोकामना पूर्ति (नौकरी, पदोन्नति, विवाह आदि हेतु)
चंद्र अर्घ्य
- रात में खुले आकाश के नीचे चंद्रमा को दूध-जल से अर्घ्य दें।
- मंत्रः ॐ चं चंद्राय नमः (11 बार जाप)।
- इससे विशेष मनोकामना पूर्ण होती है।
पूर्णिमा व्रत व दान
- पूर्णिमा व्रत रखने पर शारीरिक तथा मानसिक पवित्रता प्राप्त होती है।
- दान करें—विशेषकर सफेद वस्त्र, चावल, चीनी, दूध एवं मिश्री।
- चंद्रमा की पूजा मानसिक चंचलता व तनाव दूर करती है।
गुरु पूजन व गुरु-दक्षिणा
- गुरु पूर्णिमा पर गुरु पूजन करें—गुरु चरणों में पुष्प, गोल्डन वस्त्र, किताब या राशि का दान करें (गुरु-दक्षिणा)।
- शिष्य अपने गुरु को आभार व्यक्त कर जीवन में आध्यात्मिक उन्नति हेतु प्रण लें
आध्यात्मिक उपाय
- गुरु मंत्रों का जप करें जैसे ॐ गुरुभ्यो नमः, गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु
- भगवद्गीता, गुरु गीता आदि पवित्र ग्रंथों का पाठ व सत्संग करें ।
- दान और सेवा (भोजन, वस्त्र, पुस्तक आदि) करने से पुण्य लाभ प्राप्त होता है ।
स्व-संयम और ध्यान
- व्रत के साथ हल्का सत्त्विक आहार ग्रहण करें, सुबह स्नान व स्वच्छ वस्त्र पहनें ।
- चंद्रप्रकाश में ध्यान, मंत्र जप व आत्मनिरीक्षण करें—चेतना तथा मानसिक शांति बढती ।