सर्वे कार्य के बाद भूमि अधिग्रहण की तैयारी
बलरामपुर,संवाददाता : जिले में बहराइच-खलीलाबाद रेल लाइन परियोजना के तहत जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज़ हो गई। उतरौला तहसील के टेढ़वा तप्पाबांक गांव से सर्वे कार्य की शुरुआत हो चुकी है। सदर और उतरौला तहसील के 66 गांवों में किसानों से जमीन खरीदने की तैयारी चल रही है। जबकि श्रावस्ती जिले में 535.50 हेक्टेयर भूमि का सत्यापन कार्य पूर्ण कर लिया गया है। अब अधिग्रहण का अंतिम प्रस्ताव रेल मंत्रालय को भेज दिया गया है। इस परियोजना के तहत रेल लाइन उतरौला से प्रारंभ होकर बलरामपुर, श्रावस्ती, भिनगा होते हुए बहराइच तक पहुंचेगी।
फेज टू में तीन जिले शामिल हैं। इनमें बलरामपुर, श्रावस्ती और बहराइच है। बहराइच जिले में आठ गांवों की भूमि पहले ही अधिग्रहित कर मंत्रालय को सौंपी जा चुकी है। इनमें नगरौर, अशोका, तुरैला, रेवली, इटोंझा, हटवा रायब, बरागुन्नू व मुसगढ़ा शामिल हैं। इन गांवों में मुआवजा वितरण और भूमि का कब्जा देने की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर रवींद्र मेहरा ने बताया कि उतरौला तहसील के 10 गांवों में सर्वे पूरा कर लिया गया है। अब जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। रेलवे सेक्शन इंजीनियर संजीत के मुताबिक उतरौला में 35 गांव और सदर तहसील के 31 गांवों से होकर यह रेल लाइन गुज़रेगी। शुरुआती सर्वे टेढ़वा तप्पाबांक गांव से शुरू हुआ है। जहां से 4.29 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जाएगी। सर्वे पूरा होने के बाद किसानों से जमीन की खरीद की जाएगी।
बलरामपुर जिले के 66 गांव से गुजरेगी रेल लाइन
बलरामपुर जिले के 66 गांव से रेल लाइन गुजरेगी इनमें 10 गांव में सर्वे का कार्य पूरा कर लिया गया है। चिचुड़ी शहंगिया, चुचड़ीहदी, बांकभवानीपुर, गोवर्धनपुरवा,ताराडीह,पुरैना बुलंद, मैनहा, पिड़िया बुजुर्ग, सहित 10 गांव के सर्वे का कार्य पूरा कर लिया गया। अब यहां पर भूमि अधिग्रहण की तैयारी चल रही है।
श्रावस्ती में 41 किमी रेल लाइन के लिए अधिग्रहण
श्रावस्ती जिले में रेल लाइन की लंबाई 41 किलोमीटर होगी। जो जिले की तीनों तहसीलों के 38 गांवों से होकर गुजरेगी। भूमि सत्यापन का कार्य पूरा होने के बाद प्रस्ताव को जिला भूमि अधिग्रहण अधिकारी ने रेल मंत्रालय को भेज दिया है। अब मंत्रालय द्वारा अंतिम प्रकाशन के बाद मुआवजा वितरण और कब्जा परिवर्तन की प्रक्रिया शुरू होगी।