बजरंगबली को प्रसन्न करने के लिए अचूक उपाय है बजरंग बाण का पाठ
डॉ. उमाशंकर मिश्रा,लखनऊ : कलियुग में सबसे शीघ्र फल देने वाले देवता श्री हनुमान जी हैं। हनुमान जी की आराधना करने में नियम और संयम का पालन अत्यंत आवश्यक है। यदि साधना में त्रुटि हो जाए अथवा साधक किसी दुर्व्यसन में लिप्त हो, तो हनुमान जी शीघ्र अप्रसन्न होकर दंड भी देते हैं। अतः हनुमान उपासना में सच्चरित्रता और भक्ति आवश्यक है। श्री हनुमान जी के अनेक स्वरूपों में “वज्र रूप” अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है। इस रूप में वे “बजरंगबली” कहलाते हैं। बजरंगबली को प्रसन्न करने के लिए बजरंग बाण का पाठ अचूक उपाय है।
बजरंग बाण पाठ की विधि
1. पाठ के लिए उपयुक्त दिन
- मंगलवार या शनिवार को पाठ करना विशेष फलदायी होता है।
- किसी कार्य विशेष की सिद्धि हेतु यह दिन सर्वोत्तम हैं।
2. आसन एवं स्थान चयन
- पाठ करते समय कुशासन का प्रयोग करें।
- स्थान पवित्र, शांत और व्यवस्थित होना चाहिए।
- यदि घर में संभव न हो तो किसी मंदिर में पाठ करें।
3. दीपदान और धूप
- अनुष्ठान से पूर्व गेहूं, चावल, मूंग, उड़द व काले तिल — पाँचों अनाजों को एक-एक मुट्ठी लेकर गंगाजल में भिगो दें।
- इन अनाजों को पीसकर दीपक बनाएं और बत्ती के लिए अपनी लंबाई के बराबर कलावे का धागा लें। उसे पाँच बार मोड़कर सुगंधित तेल में डालें।
- यह दीपक संपूर्ण जपकाल में प्रज्वलित रहना चाहिए।
4. संकल्प और ध्यान
- जप से पूर्व संकल्प लें कि मनोकामना पूर्ण होने पर हम श्री हनुमान जी के निमित्त सत्कार्य करेंगे।
- श्री हनुमान जी की छवि पर ध्यान केंद्रित करें और शुद्ध उच्चारण से बजरंग बाण का पाठ करें।
बजरंग बाण पाठ के प्रमुख लाभ
1. शत्रु बाधा निवारण हेतु
- शत्रुओं और विरोधियों से मुक्ति के लिए प्रत्येक मंगलवार को 11 बार बजरंग बाण का पाठ करें।
2. साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि
- निरंतर पाठ से साहस और आत्मबल में बढ़ोत्तरी होती है।
3. स्वास्थ्य लाभ
- विशेषतः हृदय रोग एवं उच्च रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) के रोगियों को लाभ होता है।
4. बालकों में आत्मबल व निर्भयता
- जो बच्चे पढ़ाई या अन्य कार्यों में डरते हैं, उनके लिए बजरंग बाण पाठ अत्यंत प्रभावी होता है।
5. कार्य में बाधा निवारण हेतु
- यदि बार-बार कार्यों में विघ्न आ रहे हों तो शनिवार को 21 बार बजरंग बाण का पाठ करें।
6. साक्षात्कार से पूर्व
- किसी भी इंटरव्यू या परीक्षा में जाने से पहले 5 बार पाठ करने से सफलता की संभावनाएँ बढ़ती हैं।
7. व्यापार में निरंतर हानि से मुक्ति
- व्यापारिक बाधाओं से छुटकारा पाने हेतु अपने व्यापार स्थल पर लगातार 8 मंगलवार बजरंग बाण पाठ करें या योग्य ब्राह्मण से करवाएं।