बंद स्कूलों में 15 अगस्त को सपा मनाएगी स्वतंत्रता दिवस
लखनऊ, संवाददाता : समाजवादी पार्टी (सपा) ने राज्य सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों के खिलाफ आगामी स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त 2025) पर अनूठे तरीके से विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने ऐलान किया है कि सपा विधायक, नेता और पदाधिकारी उन गांवों में जाकर स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे, जहां भाजपा सरकार द्वारा परिषदीय स्कूलों को बंद किया जा रहा है।
राज्य सरकार बंद कर रही है करीब 5,000 प्राइमरी स्कूल
राज्य सरकार ने हाल ही में लगभग 5,000 प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने का फैसला किया है। अखिलेश यादव ने इस फैसले को “शिक्षा के अधिकार पर हमला” बताया और कहा कि यह निर्णय गरीबों, दलितों और पिछड़े वर्गों के बच्चों को शिक्षा से वंचित करने की एक सुनियोजित साजिश है।
शिक्षा महंगी, बच्चों के लिए स्कूल दूर
सपा प्रमुख ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, भाजपा सरकार आने वाली पीढ़ियों से शिक्षा छीनना चाहती है। जानबूझकर शिक्षा को महंगा बनाया जा रहा है ताकि गरीब परिवारों के बच्चों को पढ़ाई से वंचित किया जा सके। अखिलेश ने कहा कि भाजपा का असली एजेंडा सामाजिक न्याय खत्म करना है। भाजपा गरीब, पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों को उनका हक नहीं देना चाहती। यह पार्टी आरक्षण खत्म करने की दिशा में षड्यंत्र कर रही है।
अखिलेश यादव ने भाजपा की आंतरिक रणनीति पर भी हमला बोला और कहा, प्रदेश में पीडीए (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) गठजोड़ का असर इतना बढ़ गया है कि भाजपा अपना प्रदेश अध्यक्ष तक नहीं चुन पा रही है। यहां तक कि ओल्ड सीएम और डिप्टी सीएम बदलने की भी चर्चा हो रही है। स्वतंत्रता दिवस पर गांव-गांव जाकर झंडारोहण करने और बंद स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित कर सपा ‘शिक्षा बचाओ’ अभियान की शुरुआत करेगी। पार्टी इसे जन आंदोलन का रूप देने की तैयारी में है।