विभागीय जांच में सभी आरोप प्रारंभिक रूप से सत्य पाए गए
मिर्जापुर, संवाददाता : उत्तर प्रदेश सरकार ने मिर्जापुर जिले के समाज कल्याण अधिकारी त्रिनेत्र कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि के दौरान उन्हें लखनऊ स्थित समाज कल्याण विभाग में अटैच किया गया है। सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई त्रिनेत्र कुमार सिंह के प्रयागराज जिले में पूर्व में की गई पोस्टिंग के दौरान राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना में सामने आई भारी गड़बड़ी के आधार पर की गई है।
प्रयागराज के दो अधिवक्ताओं — ओपी मिश्रा और अनुभव श्रीवास्तव — ने समाज कल्याण विभाग के मंत्री को 54 पृष्ठों का शपथपत्र सौंपा था, जिसमें विस्तृत आरोप लगाए गए थे। विभागीय जांच में आरोप प्रारंभिक रूप से सत्य पाए गए। जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के अंतर्गत गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों के मुखिया की मृत्यु होने पर ₹30,000 की एकमुश्त सहायता दी जाती है। जांच में सामने आया कि यह सहायता अपात्र व्यक्तियों को वितरित की गई।
दोनों अधिवक्ताओं द्वारा उपलब्ध कराई गई गड़बड़ी की सूची की पड़ताल में अधिकांश मामलों में अनियमितता की पुष्टि हुई। इसके आधार पर, अपर मुख्य सचिव वेंकटेश्वर लू ने शुक्रवार को त्रिनेत्र कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दिए। प्रशासन ने मामले की विस्तृत जांच के संकेत दिए हैं। संभावना जताई जा रही है कि आगे और अधिकारियों की भूमिका की भी जांच हो सकती है।