डिजिटल दस्तावेजों से कर्मचारियों की दक्षता और संचालन की सुरक्षा में होगा इजाफा
लखनऊ,संवाददाता : उत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल ने तकनीकी नवाचार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए परिचालन विभाग के फील्ड स्टाफ के लिए क्यूआर कोड आधारित सेफ्टी लिटरेचर और स्टेशन मास्टर्स के लिए डिजिटल कार्य पुस्तिका की शुरुआत की है। इस प्रणाली के तहत कर्मचारियों को अब आवश्यक सेफ्टी दस्तावेजों जैसे कि नियम पुस्तिका, परिपत्र, संयुक्त प्रक्रिया आदेश और स्टेशन वर्किंग रूल डायग्राम आदि की डिजिटल पहुँच सुनिश्चित की गई है। यह सभी दस्तावेज अब एक क्यूआर कोड के माध्यम से मोबाइल डिवाइस पर त्वरित रूप से उपलब्ध होंगे।
ऑन-फील्ड कर्मचारियों के लिए बड़ी सुविधा
यह सुविधा विशेष रूप से फील्ड में कार्यरत कर्मचारियों को ध्यान में रखते हुए विकसित की गई है, जिससे उन्हें कार्य के दौरान आवश्यक जानकारी तत्काल प्राप्त हो सकेगी। इस पहल से न केवल कार्य निष्पादन की दक्षता में वृद्धि होगी, बल्कि ट्रेन संचालन की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो सकेगी।
परिचालन में पारदर्शिता और अपडेटेड जानकारी
मंडल रेल प्रबंधक श्री सुनील कुमार वर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि, “डिजिटल सेफ्टी डॉक्यूमेंट्स की यह व्यवस्था कर्मचारियों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल रेलवे का संचालन सुरक्षित और कुशल बनेगा, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को भी नई दिशा मिलेगी।”
डिजिटल बदलाव की ओर अग्रसर रेलवे
उत्तर रेलवे की यह पहल भारतीय रेलवे के डिजिटलीकरण की दिशा में चल रहे प्रयासों का हिस्सा है। इससे कार्य प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ेगी और आवश्यक दिशानिर्देशों को तत्काल अपडेट कर स्टाफ को उपलब्ध कराना संभव होगा।