भारत की सैन्य कार्रवाई से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल
नई दिल्ली,संवाददाता : भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर की गई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक सैन्य कार्रवाई ने वैश्विक राजनीतिक मंच पर तीखी प्रतिक्रियाएं उत्पन्न की हैं। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 28 पर्यटकों की मौत हुई थी, के जवाब में किया गया। भारतीय सशस्त्र बलों ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के नौ ठिकानों को निशाना बनाया। भारत सरकार ने इसे “सटीक, संयमित और गैर-वृद्धिकारी” ऑपरेशन बताया, जिसका मकसद केवल आतंकी ढांचे को ध्वस्त करना था।
अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस ऑपरेशन को “शर्मनाक” बताते हुए दोनों देशों से तनाव कम करने की अपील की। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भारत के NSA अजीत डोभाल से संपर्क कर स्थिति की जानकारी ली और आतंक के खिलाफ सहयोग की प्रतिबद्धता जताई। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने बयान में कहा, “महासचिव नियंत्रण रेखा पार की गई सैन्य कार्रवाई को लेकर चिंतित हैं” और उन्होंने अधिकतम संयम बरतने की अपील की।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत की कार्रवाई को “युद्ध की कार्रवाई” करार देते हुए इसे “कायराना हमला” बताया। उन्होंने कहा कि हमले में मस्जिद सहित नागरिक स्थानों को निशाना बनाया गया, जिसमें 8 लोगों की मौत हुई। शरीफ ने कहा, “पाकिस्तान जवाब देने का पूरा अधिकार रखता है और यह जवाब पहले से ही शुरू हो चुका है।” ब्रिटेन और यूरोपीय देशों ने भारत-पाकिस्तान दोनों से शांति बनाए रखने की अपील की है। एक ब्रिटिश प्रवक्ता ने कहा, “हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं और दोनों पक्षों से संयम की उम्मीद करते हैं।” भारत के रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि कोई पाकिस्तानी सैन्य ठिकाना निशाना नहीं बना और ऑपरेशन केवल आतंकी ढांचे को खत्म करने के लिए किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे पहलगाम हमले का “न्यायोचित जवाब” बताया।