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लखनऊ,संवाददाता : उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कुपोषण के खिलाफ चलाए गए अभियान ने महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। इस पहल के तहत राज्यभर में 897 समेकित बाल विकास सेवा (ICDS) परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं, जिनका उद्देश्य बच्चों, गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं और किशोरियों को पोषण संबंधी सेवाएं प्रदान करना है ।

अभियान की प्रमुख उपलब्धियाँ:
- लाभार्थियों की संख्या: अब तक 2.08 करोड़ से अधिक लोग इस पोषण अभियान से लाभान्वित हुए हैं, जिनमें 19.83 लाख गर्भवती महिलाएं, 9.21 लाख धात्री माताएं, 95.67 लाख बच्चे (6 माह से 3 वर्ष), 79.37 लाख बच्चे (3 से 6 वर्ष), 1.86 लाख गंभीर कुपोषित (SAM) बच्चे और 2.46 लाख किशोरियां शामिल हैं ।
- स्वास्थ्य संकेतकों में सुधार: राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के अनुसार, राज्य में एनीमिया, बौनापन, कम वजन और सूखापन जैसी स्थितियों में सुधार हुआ है। उदाहरण के लिए, 2015-16 में 46.3% बच्चे बौनेपन से प्रभावित थे, जबकि 2019-21 में यह आंकड़ा घटकर 39.7% हो गया ।
- सामाजिक भागीदारी: महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से आंगनवाड़ी केंद्रों में पोषक आहार की आपूर्ति की जा रही है, जिससे स्थानीय समुदायों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो रही है ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अभियान को एक स्वस्थ और सक्षम भारत की नींव बताया है और अधिकारियों को निर्देशित किया है कि योजनाओं का लाभ सभी पात्रों तक समय पर पहुंचे। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्रों की निगरानी, पोषण ट्रैकिंग और आवश्यक पोषक आहार की आपूर्ति सुनिश्चित करने पर जोर दिया है ।