औद्योगिक विकास के नाम पर खुलेआम मांगा जा रहा है कमीशन
लखनऊ,संवाददाता : समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सौर उद्योग में अनियमितताओं के आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि भ्रष्टाचार का अंतिम पड़ाव अधिकारी नहीं, बल्कि कोई और है।
अखिलेश यादव ने एक पोस्ट में कहा, “यह है उत्तर प्रदेश में कारोबार सुगमता का सच, जहां औद्योगिक विकास के नाम पर खुलेआम कमीशन मांगा जा रहा है और जब यह मामला सामने आता है तो निलंबन का नाटक रचा जा रहा है।” उन्होंने आरोप लगाया कि यह भ्रष्टाचार की जड़ें कहीं और हैं और अधिकारी केवल एक मोहरा हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने ‘इन्वेस्ट यूपी’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी अभिषेक प्रकाश को सौर उद्योग में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोपों में बृहस्पतिवार को निलंबित कर दिया था।
अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई उस शिकायत के बाद की गई जिसमें एक सौर उद्योग के निवेशक ने आरोप लगाया था कि बिचौलिए निकंत जैन ने उनके साथ अभिषेक प्रकाश के नाम पर परियोजना की मंजूरी के लिए कमीशन की मांग की थी। जैन को भी बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। अभिषेक प्रकाश उत्तर प्रदेश कैडर के 2006 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उनके निलंबन के बाद अब इस मामले में जांच जारी है।