भाजपा ने दलितों, पिछड़ों और महिलाओं को भागीदारी देने के लिए अपने नियमों में दिखाई थोड़ी शिथिलता
लखनऊ,संवाददाता : उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 16 मार्च को जिलाध्यक्षों की घोषणा करने वाली है। यह घोषणा होली के बाद की जाएगी और पार्टी के प्रदेश चुनाव अधिकारी महेंद्रनाथ पांडेय की मौजूदगी में की जाएगी। इस घोषणा से पहले बुधवार शाम बीजेपी प्रदेश मुख्यालय पर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें जिलाध्यक्षों की घोषणा के लिए निर्णय लिया गया।
बैठक में प्रदेश के वरिष्ठ पदाधिकारी, जिला, क्षेत्र और प्रदेश स्तर के पदाधिकारी शामिल थे। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पहले चरण में 75 से 80 जिलाध्यक्षों का ऐलान किया जाएगा। सूची को केंद्रीय नेतृत्व के पास भेज दिया गया है और जिलाध्यक्षों की घोषणा एक बैठक के दौरान की जाएगी। इसमें जिला, क्षेत्र और प्रदेश के पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे। बात की जाए तो यूपी में बीजेपी के जिलाध्यक्षों की घोषणा के लिए चुनाव की प्रक्रिया में काफी चर्चा हुई है। पहले यह घोषणा 30 दिसंबर तक होनी थी, लेकिन विभिन्न कारणों से यह लटक गई। खासतौर पर कई जिलों में अध्यक्ष के चयन को लेकर आपसी खींचतान और सामाजिक समीकरणों के ठीक से नहीं बैठने की समस्या थी, जिससे आम सहमति बन पाई थी।
इस बार बीजेपी ने दलितों, पिछड़ों और महिलाओं को भागीदारी देने के लिए अपने नियमों में थोड़ा शिथिलता दिखाई है। इस लिस्ट में कई चौकाने वाले नाम सामने आ सकते हैं, जो पार्टी के आगामी चुनावों के लिए अहम हो सकते हैं। बीजेपी के प्रदेश चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय, प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, सह चुनाव प्रेक्षक संजय भाटिया और संजीव चौरसिया की मौजूदगी में बैठक हुई, जिसमें पार्टी के प्रदेश संगठन के भविष्य के बारे में कई अहम फैसले लिए गए।