फार्मेसी को मेडिकल स्टोर वाली जगह पर स्थानांतरित करने पर किया जा रहा है विचार
हल्द्वानी,संवाददाता : कुमाऊं के दो बड़े सरकारी अस्पतालों, डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय अस्पताल और सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल में ओपीडी में दवा वितरण की व्यवस्था अत्यंत दबाव में है। इन दोनों अस्पतालों में प्रतिदिन 2500 से अधिक मरीज आते हैं, लेकिन दवाओं के वितरण के लिए केवल दो-दो फार्मासिस्ट उपलब्ध हैं। इससे मरीजों को लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता है और व्यवस्था पर भारी दबाव बनता है।
डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल में कुछ माह पहले ही ओपीडी में निशुल्क दवा वितरण शुरू किया गया था। यहां इमरजेंसी वार्ड के पास दवा वितरण काउंटर बनाया गया है, जहां दो फार्मासिस्ट दवाएं वितरित करते हैं। अस्पताल में प्रतिदिन करीब 1500 मरीज आते हैं और मरीजों को दवा लेने के लिए लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता है। इसी प्रकार, सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल में भी दो फार्मासिस्ट दवाओं का वितरण करते हैं। यहां प्रतिदिन लगभग 1000 मरीज ओपीडी में आते हैं और मौसम के अनुसार, विशेषकर बारिश के दिनों में, मरीजों को और भी दिक्कत होती है।
दोनों अस्पतालों में दवा काउंटरों के सामने कर्मचारियों की कमी को लेकर कई बार प्रशासन से मांग उठाई गई है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। बेस अस्पताल के पीएमएस डॉ. केके पांडे ने बताया कि बुजुर्गों के लिए एक अलग दवा काउंटर है और सुविधा बढ़ाने की योजना पर काम चल रहा है। वहीं, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने कहा कि फार्मेसी को मेडिकल स्टोर वाली जगह पर स्थानांतरित करने पर विचार किया जा रहा है।