कहा, गाय को राष्ट्रमाता घोषित न करने पर दिल्ली में बड़ा आंदोलन होगा
नई दिल्ली,संवाददाता : शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने केंद्र सरकार से गाय को ‘राष्ट्र माता’ घोषित करने की अपील करते हुए इसके लिए 33 दिन का समय निर्धारित किया है।
सरकार 33 दिनों के भीतर गाय को ‘राष्ट्र माता’ घोषित नहीं करती, तो वे 17 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक ‘गो प्रतिष्ठा निर्णायक दिवस’ आयोजित करेंगे। इसके बाद आंदोलन की अगली रणनीति पर फैसला लिया जाएगा। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बताया कि 20 नवंबर 2023 से भारतीय गौ क्रांति मंच के संयोजन में गाय को ‘राष्ट्र माता’ घोषित कराने के लिए आंदोलन शुरू किया गया था।
इस आंदोलन में चारों जगद्गुरु शंकराचार्य पीठों का समर्थन भी प्राप्त है। अब तक तीन गो संसदों का आयोजन हो चुका है, गोवर्धन से दिल्ली तक नंगे पांव पदयात्रा निकाली गई और संपूर्ण भारत में गो ध्वज स्थापना यात्रा भी संपन्न हुई, लेकिन सरकार की ओर से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं मिलने के कारण गो भक्तों में गहरा आक्रोश है।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने आगे कहा कि सरकार को अपनी मांग स्मरण कराने के लिए 12 फरवरी को कुंभ के अमृत जल और 324 कुंडीय यज्ञ की भस्म लेकर गोभक्त सचिन द्विवेदी प्रयागराज से दिल्ली की ओर पदयात्रा करेंगे। उन्होंने प्रशासन पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अगर झूंसी स्थित भगवान हंसतीर्थ को हिंदुओं के लिए नहीं खोला गया, तो अयोध्या और मथुरा की तर्ज पर प्रयागराज में भी बड़ा आंदोलन होगा। इसके अतिरिक्त, एक धर्म ग्रंथ पर आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने राहुल गांधी को 21 दिनों के भीतर चेतावनी पत्र जारी करने की बात कही है।