स्ट्रोन फॉर्मास्युटिकल कंपनी ने जांच रिपोर्ट को दी चुनौती, दोबारा जांच की मांग
रायबरेली,संवाददाता : मेरठ में बनी एंटीबायोटिक दवाएं कोलकाता की सेंट्रल लैब में भी मानक पर खरी नहीं उतरी हैं। पहले मेरठ लैब में दवाओं के नमूने फेल हो गए थे, जिसके बाद दवा कंपनी ने जांच रिपोर्ट पर सवाल उठाया और दोबारा जांच कराने का अनुरोध किया था। कोर्ट के आदेश पर जब इन दवाओं को कोलकाता की लैब भेजा गया, तो वहां भी नमूने फेल हो गए। अब दवा कंपनी और मेडिकल स्टोर संचालकों के खिलाफ एसीजेएम कोर्ट में मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। ड्रग इंस्पेक्टर के अनुसार, अप्रैल 2024 में शहर के कचहरी रोड स्थित चंद्रिका एजेंसी से सिपोज्वाय-200 और तिवारी मेडिकल स्टोर गुरुबख्शगंज से सेप्ट्रान-200 दवाओं के नमूने लेकर जांच के लिए मेरठ लैब भेजे गए थे। जब दोनों दवाओं के नमूने मेरठ लैब में फेल हो गए, तो स्ट्रोन फॉर्मास्युटिकल कंपनी ने जांच रिपोर्ट को चुनौती दी और दोबारा जांच की मांग की। कोर्ट के आदेश पर सैंपल को कोलकाता भेजा गया, जहां भी दवाओं में जरूरी तत्व मानक से कम पाए गए। इसके बाद दवा कंपनी और मेडिकल स्टोर संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। दुकानदारों को 5155 बैच नंबर की सिपोज्वाय-200 और 5251 बैच नंबर की सेप्ट्रान-200 दवाओं की बिक्री न करने और दवाओं को कंपनी को वापस करने का आदेश दिया गया है। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि दवा कंपनी को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है, और जल्द ही मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।