11 अलग-अलग गांवों में किया गया था, फर्जी प्रमाणपत्रों का निर्माण
रायबरेली,संवाददाता : सलोन ब्लॉक के 11 गांवों में फर्जी तरीके से बनाए गए 52,594 जन्म प्रमाणपत्रों को निरस्त किया जाएगा। आरोपी वीडीओ विजय यादव की यूजर आईडी और पासवर्ड का दुरुपयोग करते हुए मास्टरमाइंड मो. जीशान और उसके सहयोगियों ने पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल सहित कई राज्यों से संबंधित फर्जी प्रमाणपत्र तैयार किए थे। जांच में पता चला कि इन प्रमाणपत्रों का दुरुपयोग होने से पहले, सलोन ब्लॉक में 18 जुलाई 2024 को फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था। यूपी एटीएस और लखनऊ रेंज पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सलोन का दौरा किया। इसके बाद विजय यादव, मो. जीशान, रियाज और सुहेल खान को गिरफ्तार किया गया। जांच में सामने आया कि इन फर्जी प्रमाणपत्रों का निर्माण 11 अलग-अलग गांवों में किया गया था, जिनमें से 19,184 प्रमाणपत्र सलोन क्षेत्र के 5 गांवों से और 33,410 प्रमाणपत्र अन्य 6 गांवों से पाए गए। इन प्रमाणपत्रों को निरस्त कराने की प्रक्रिया अब पंचायतीराज विभाग द्वारा शुरू की गई है, और पूरी सूची शासन को भेज दी गई है।
ग्राम पंचायतों में निरस्त होने वाले प्रमाणपत्रों की संख्या:
- पाल्हीपुर: 13,707
- नुरुद्दीनपुर: 10,151
- पृथ्वीपुर: 9,393
- सांडा सैदन: 4,897
- माधौपुर निनैया: 3,746
- लहुरेपुर: 3,780
- सिरसिरा: 2,773
- गढ़ी इस्लामनगर: 2,255
- औनानीश: 1,665
- गोपालपुर उर्फ अनंतपुर: 225
- दुबहन: 2
कुल: 52,594
फर्जीवाड़े का तरीका:
जालसाजों ने एक ही दिन में 500 से 1000 तक फर्जी प्रमाणपत्र तैयार किए थे, जबकि एक कंप्यूटर से एक दिन में अधिकतम 100 प्रमाणपत्र बन सकते हैं। इससे यह साफ है कि एक बड़ी साजिश के तहत कई राज्यों से इन प्रमाणपत्रों का निर्माण किया गया था।
प्रमाणपत्रों के निरस्तीकरण की प्रक्रिया:
डीपीआरओ सौम्यशील सिंह ने बताया कि इस मामले में आवश्यक रिपोर्ट भेजी जा चुकी है, और शासन स्तर से ही इन प्रमाणपत्रों को निरस्त किया जाएगा, ताकि इनके दुरुपयोग को रोका जा सके।