आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़े की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने उठाए सख्त कदम
लखनऊ,संवाददाता : उत्तराखंड सरकार ने आयुष्मान योजना के तहत राशनकार्ड के ऑनलाइन सत्यापन को अनिवार्य कर दिया है। अब जिनके राशनकार्ड विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन शो नहीं कर रहे हैं, उनके आयुष्मान कार्ड निरस्त कर दिए जाएंगे। यह कदम राज्य में आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए उठाया गया है। राज्य में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए आवेदक का राशन कार्ड होना आवश्यक है। पहले राशन कार्ड होने पर लोगों के आयुष्मान कार्ड भी बन जाते थे, लेकिन हाल ही में खाद्य विभाग ने सत्यापन अभियान चलाया, जिसमें कई अपात्र लोगों के राशन कार्ड सस्पेंड कर दिए गए थे। इसके परिणामस्वरूप इन लोगों का आयुष्मान कार्ड भी निरस्त कर दिया गया। आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़े की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के चेयरमैन अरविंद ह्यांकी ने बताया कि अब उन सभी लोगों के आयुष्मान कार्ड निरस्त किए जा रहे हैं, जिनके राशन कार्ड ऑनलाइन सत्यापित नहीं हो पा रहे हैं। इसके अलावा, अस्पतालों और अधिकारियों को इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। दो साल पहले भी सरकार ने एक अभियान चलाकर राज्यभर में करीब एक लाख अपात्र राशन कार्डों को निरस्त किया था। यह कदम फर्जीवाड़े को रोकने और वास्तविक लाभार्थियों को योजना का सही लाभ पहुंचाने के लिए उठाया गया था। यह नया नियम राज्य में आयुष्मान योजना को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।