पुलिस ने कांगपोकपी जिले के नेपाली बस्ती क्षेत्र में चलाया अभियान
मणिपुर,संवाददाता : सुरक्षा बलों ने काकचिंग, कांगपोकपी, चुराचांदपुर और थौबल जिलों में संयुक्त अभियानों के तहत हथियार और युद्ध संबंधी सामग्री की बड़ी बरामदगी की है। इस कार्रवाई में मणिपुर पुलिस, असम राइफल्स, भारतीय सेना और अन्य सुरक्षा बलों ने मिलकर सफलता प्राप्त की। 26 जनवरी को मिली खुफिया जानकारी के आधार पर असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने कांगपोकपी जिले के नेपाली बस्ती क्षेत्र में अभियान चलाया। इस दौरान सुरक्षा बलों ने एक 5.56 मिमी राइफल, एक 7.62 मिमी राइफल, एक .303 स्नाइपर राइफल (संशोधित), एक .22 पिस्तौल, एक सिंगल बैरल राइफल, दो तात्कालिक मोर्टार, ग्रेनेड, गोला-बारूद और युद्ध संबंधित अन्य सामान बरामद किए। इसके बाद, 30 जनवरी को काकचिंग जिले के चैरेल खुनौ क्षेत्र में एक और अभियान चलाया गया, जिसमें एक 9 मिमी राइफल, एक 9 मिमी पिस्तौल, दो ग्रेनेड, गोला-बारूद और युद्ध संबंधित सामग्री बरामद की गई। सभी पकड़े गए व्यक्ति, बरामद हथियार और अन्य वस्तुएं मणिपुर पुलिस को सौंप दी गई हैं।
ड्रग्स के खिलाफ अभियान:
मणिपुर सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘ड्रग्स के खिलाफ युद्ध अभियान’ के तहत रविवार को टेंग्नौपाल जिले में 25 एकड़ से अधिक अफीम की खेती को नष्ट किया गया। अधिकारियों ने बताया कि दो दिन पहले कांगपोकपी जिले में अफीम की अवैध खेती को नष्ट करने गए सुरक्षा दल पर भीड़ ने हमला किया था। कांगपोकपी पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और कार्यकारी मजिस्ट्रेट के संयुक्त प्रयासों से शुक्रवार को सैकुल पुलिस स्टेशन के अंतर्गत लहुंगजांग गांव में अफीम नष्ट करने का अभियान सफलतापूर्वक चलाया गया।
सुरक्षा बलों की सतर्कता और समन्वय:
सुरक्षा बलों ने इन अभियानों में आपसी समन्वय और खुफिया जानकारी का सही तरीके से इस्तेमाल किया, जिससे मणिपुर में सुरक्षा स्थिति को और भी मजबूत किया गया है। यह अभियान राज्य में अपराध और आतंकवाद से निपटने के लिए सुरक्षा बलों की सजगता और दृढ़ता को दर्शाता है।