ई-केवाईसी से यह सुनिश्चित होता है कि राशन कार्ड धारक वास्तविक हैं या नहीं
लखनऊ,संवाददाता : भारत सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी प्रक्रिया को अनिवार्य कर दिया है, जिससे पात्र लाभार्थियों की पहचान सुनिश्चित की जा सके और फर्जी राशन कार्डों को समाप्त किया जा सके। पहले इसकी अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2024 थी, जिसे बढ़ाकर फरवरी 2025 कर दिया गया है। ई-केवाईसी एक डिजिटल प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से राशन कार्ड धारक अपने आधार कार्ड को राशन कार्ड से लिंक करते हैं। इससे सरकार को लाभार्थियों की सटीक जानकारी मिलती है और वितरण प्रणाली में पारदर्शिता आती है।
ई-केवाईसी के लाभ और प्रक्रिया
- पहचान की पुष्टि: ई-केवाईसी से यह सुनिश्चित होता है कि राशन कार्ड धारक वास्तविक हैं।
- फर्जी कार्डों का उन्मूलन: फर्जी राशन कार्डों की पहचान में मदद मिलती है।
- लक्षित वितरण: केवल पात्र लाभार्थियों को ही योजना का लाभ मिल पाता है।
- डिजिटल रिकॉर्ड: सरकार के पास लाभार्थियों का सटीक डिजिटल रिकॉर्ड रहता है।
- पारदर्शिता: राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ती है।
ई-केवाईसी कैसे करें
राशन कार्ड धारक अपनी ई-केवाईसी दो तरीकों से कर सकते हैं:
ऑनलाइन प्रक्रिया:
- खाद्य विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- अपना आधार कार्ड नंबर दर्ज करें।
- ओटीपी वेरिफिकेशन करें।
- आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
ऑफलाइन प्रक्रिया:
- नजदीकी राशन डीलर या कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) में जाएं।
- आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज जमा करें।
- बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन कराएं।
आवश्यक दस्तावेज:
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- राशन कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर
ई-केवाईसी न कराने पर परिणाम:
- राशन कार्ड धारक के लाभ बंद हो जाएंगे।
- राशन कार्ड अमान्य हो सकता है।
- भविष्य में सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल सकता।
नए नियमों का प्रभाव:
- पारदर्शिता में वृद्धि: सिस्टम में पारदर्शिता बढ़ेगी।
- लक्षित वितरण: वास्तविक जरूरतमंदों को ही लाभ मिलेगा।
- धोखाधड़ी में कमी: फर्जी राशन कार्डों पर अंकुश लगेगा।
- डेटा अपडेशन: सरकार के पास अधिक सटीक डेटा होगा।
- संसाधनों का बेहतर उपयोग: सरकारी संसाधनों का अधिक कुशलता से उपयोग होगा।
राशन कार्ड धारकों के लिए सुझाव:
- समय पर ई-केवाईसी कराएं।
- अपने राशन कार्ड की जानकारी नियमित रूप से अपडेट करें।
- आय और संपत्ति में बदलाव की सूचना तुरंत दें।
- राशन की दुकान पर मिलने वाली वस्तुओं की मात्रा की जांच करें।
- किसी भी समस्या के लिए शिकायत दर्ज करें।