विपक्षी नेताओं की ओर से किए गए हंगामे के कारण सदन को दो बार करना पड़ा स्थगित
नई दिल्ली,संवाददाता : वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर संयुक्त संसदीय समिति जेपीसी की बैठक के दौरान जमकर हंगामा हुआ, जिसके बाद विपक्षी दलों के दस सांसदों को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया। जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने तृणमूल कांग्रेस टीएमसी के सांसद कल्याण बनर्जी पर उनके खिलाफ “असंसदीय” भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। जगदंबिका पाल ने कहा कि विपक्षी नेताओं की ओर से किए गए हंगामे के कारण सदन को दो बार स्थगित करना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने उन्हें गाली दी और असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया। इसके बाद भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे ने बैठक को जारी न रखने देने पर विपक्षी सांसदों के निलंबन का प्रस्ताव पेश किया, जिसे सभी ने सहमति दी।
जेपीसी बैठक से निलंबित किए गए सांसदों में तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के ए. राजा, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के असदुद्दीन ओवैसी, समाजवादी पार्टी के मोहिबुल्लाह नदवी और अन्य प्रमुख नेता शामिल हैं। इन सांसदों पर आरोप था कि उन्होंने बैठक के दौरान हंगामा किया और संसदीय प्रक्रिया में विघ्न डाला। वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के डिजिटलीकरण, बेहतर ऑडिट, पारदर्शिता में सुधार और अवैध रूप से कब्ज़े गई संपत्तियों को वापस लेने के लिए कानूनी तंत्र में सुधार लाना है। इस दौरान विपक्ष ने आरोप लगाया कि विधेयक पर जल्दबाजी में निर्णय लिया जा रहा है। दिल्ली विधानसभा चुनावों के चलते जेपीसी की बैठक की कार्यवाही को लेकर भी विपक्ष ने सवाल उठाए। भाजपा के वरिष्ठ नेता निशिकांत दुबे ने विपक्षी सांसदों के आचरण को संसदीय लोकतंत्र के खिलाफ बताया।