एस जयशंकर से पहली ही मीटिंग में ट्रम्प के विदेश मंत्री ने उठाया मुद्दा
नई दिल्ली,संवाददाता : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में अवैध आव्रजन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है, खासकर उन लोगों के खिलाफ जो बिना वैध दस्तावेजों के अमेरिका में रह रहे हैं। इस संदर्भ में, अमेरिका में अवैध रूप से रहने वाले भारतीय नागरिकों की संख्या बढ़ती जा रही है, जो अब चिंता का विषय बन गई है। अनुमान के अनुसार, लगभग 20,000 भारतीय अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं, जिनकी पहचान कर उन्हें उनके देश वापस भेजने की योजना बनाई जा रही है। भारत सरकार ने इस मामले में सहयोग की पेशकश की है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि अगर कोई भारतीय नागरिक अवैध रूप से अमेरिका में है, तो भारत उनकी वैध वापसी के लिए तैयार है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले पर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं है, क्योंकि यह आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं कि वास्तव में कितने भारतीय अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं।
अमेरिका में अवैध रूप से रहने वाले भारतीय नागरिकों के मामले को और संवेदनशील बनाता है वीजा प्रक्रिया में हो रही लंबी देरी। विदेश मंत्री ने इस पर चिंता जताई, कहा कि वीजा प्रक्रिया में इतनी लंबी देरी से अन्यथा स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं। अमेरिकी प्रशासन के दस्तावेजों के अनुसार, नवंबर 2024 तक लगभग 18,000 भारतीयों के पास अमेरिका में रहने के लिए वैध दस्तावेज नहीं हैं। यूएस इमिग्रेशन एंड कस्टम एनफोर्समेंट के आंकड़ों के अनुसार, 20,407 लोग ऐसे थे जिन्हें अमेरिका अवैध या अधूरे दस्तावेजों के साथ बता रहा था। भारत सरकार ने हमेशा अपने नागरिकों के लिए किसी भी प्रकार की असुविधा से बचने की कोशिश की है, और अवैध प्रवासन के खिलाफ उसका रुख स्पष्ट है।