राजस्थान के मनोहर थाना, राजगढ़, ब्यावरा और सुठालिया से किराए पर मंगवाई गई थीं जेसीबी और पोकलेन मशीनें
मध्य प्रदेश,संवाददाता : वन विभाग ने गुना जिले के बीनागंज रेंज में प्रशासन और पुलिस के सहयोग से लगभग 30 करोड़ रुपये की 900 बीघा (463 एकड़) वन भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए एक बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में 60 जेसीबी और पोकलेन मशीनों का उपयोग किया गया और 10 घंटे से अधिक समय तक यह अभियान चला। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह प्रदेश की सबसे बड़ी और पहली ऐसी कार्रवाई मानी जा रही है। इस अतिक्रमण हटाने के अभियान में गुना के अलावा, पड़ोसी राज्य राजस्थान के मनोहर थाना, राजगढ़, ब्यावरा और सुठालिया से भी जेसीबी और पोकलेन मशीनें किराए पर मंगवाई गई थीं। सुरक्षा व्यवस्था के लिए 600 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए गए थे।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पिछले दिनों गुना जिले में सरकारी और वन भूमि पर कब्जे हटाने के लिए निर्देश दिए थे। इसके बाद वन विभाग ने कार्ययोजना बनाई, जिसके तहत 900 बीघा भूमि पर अतिक्रमण हटाने का फैसला लिया गया। गुरुवार को सुबह छह बजे, कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह, एसपी संजीव सिंह, डीएफओ अक्षय राठौर और अन्य अधिकारियों की देखरेख में 600 से अधिक अधिकारी बीनागंज रेंज के खेड़ी कमलपुर, देदला बीट और अन्य गांवों में पहुंचे। वन भूमि पर लंबे समय से विभिन्न समाजों के लोग कब्जा कर खेती कर रहे थे, जिससे हर माह लाखों रुपए की कमाई हो रही थी। कार्रवाई के दौरान जेसीबी मशीनों ने खेतों में बड़े गड्ढे बनाए और चिनखारी पत्थरों से बने कच्चे परकोटे को ढहाया। इस बड़ी कार्रवाई को देखने के लिए लोगों का हुजूम लग गया था। इससे पूर्व भी वन विभाग ने पागड़ीघटा, बटावदा, चारणपुरा, सागोडिया और चांचौड़ा जैसी जगहों से बेशकीमती भूमि को मुक्त कराया था।