बोले मनीष सिसोदिया, जेल में था तो बेटे की फीस के लिए दूसरों के आगे फैलाने पड़े हाथ
दिल्लीः दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जन्तर-मन्तर पर जनता की अदालत में भावुक कर देने वाला बयान दिया। कहा जब जेल में बंद था तो अपने बेटे की फीस भरने के लिए भीख मांगनी पड़ी। दूसरों के आगे हाथ फैलाने पड़े। कहा मेरे अकाउंट को फ्रीज कर दिया गया था, इसमें दस लाख रुपए थे। इस कारण उन्हें अपने बेटे की कॉलेज की फीस भरने के लिए लोगों के आगे हाथ फैलाने पड़े। उन्होंने बताया कि उनका घर भी छीन लिया गया। इसके साथ ही उन्होंने अपने और केजरीवाल के संबंध की भी चर्चा की।सिसोदिया ने केजरीवाल के संग अपने रिश्ते को राम-लक्ष्मण जैसा बताया। उन्होंने कहा कि मुझे बीजेपी की तरफ से पार्टी बदल लेने का ऑफर भी मिला था। वे बोले कि मुझसे कहा गया था कि अपने, अपनी बीमार पत्नी और बेटे के बारे में सोचो। आपका बेटा अभी पढ़ रहा है। अपने परिवार के बारे में सोचो। मैंने बीजेपी वालों से कहा कि आप लक्ष्मण को राम से अलग करने की कोशिश कर रहे हैं। किसी भी रावण में ऐसा करने की ताकत नहीं है। उन्होंने कहा जब वर्ष 2002 में पत्रकार थे तो एक घर ख़रीदा था, उसे भी छीन लिया गया।